22 अप्रैल को शोभायात्रा और हनुमान ध्वजा स्थापना के साथ रामलीला रिहर्सल होगा शुरू: देवेन्द्र नौडियाल

टिहरी गढ़वाल 21 अप्रैल। लगभग साढ़े पांच साल बाद ही सही नई टिहरी में इस वर्ष से रामलीला का भव्य आयोजन होने जा रहा है। आगामी 23 मई से शुरू होने वाली रामलीला के लिए रिहर्सल की शुरुआत 22 अप्रैल, मंगलवार को हनुमान ध्वजा स्थापना के बाद से हो जाएगी। इस मौके पर कल दोपहर एक बजे हनुमान चौक नई टिहरी से एक शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो हनुमान जी की महिमा और प्रभु श्रीराम के प्रति आस्था को समर्पित होगी।
समिति अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल ने पत्रकारों को बताया कि शोभायात्रा 22 अप्रैल को दोपहर 1 बजे हनुमान चौक से आरंभ होकर पोस्ट ऑफिस, आंचल डेरी, कृष्णा चौक, साईं चौक से होती हुई रामलीला मंच बौराडी तक पहुंचेगी। वहां मंत्रोच्चारण और विधि-विधान के साथ हनुमान ध्वजा की स्थापना की जाएगी। शोभायात्रा में शामिल भक्तों से निवेदन किया गया कि वह कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा लोग पीले वस्त्र पहन कर आएं।
इस आयोजन को लेकर आज होटल भरत मंगलम, बौराड़ी में रामलीला समिति की ओर से एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। समिति के संयोजक डॉ. राकेश भूषण गोदियाल ने बताया कि इस वर्ष रामलीला को और भी बेहतर, व्यवस्थित और आकर्षक बनाने की योजना बनाई गई है।
समिति अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल ने बताया कि रामलीला को तकनीकी रूप से सुसज्जित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे दर्शकों को एक नया अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नई टिहरी और बी.पुरम से बसों की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।
इसके साथ ही अध्यक्ष ने नई टिहरी क्षेत्र की सभी कीर्तन मंडलियों और सत्संग समूहों से अपील की है कि वे 22 अप्रैल को आयोजित शोभायात्रा में भाग लें और धार्मिक वातावरण को और अधिक उल्लासमय बनाएं।
इस मौके पर समिति के अन्य प्रमुख सदस्य भी उपस्थित रहे, जिनमें महासचिव अमित पंत, सुनील बधानी, गबर सिंह, दिनेश नौटियाल, मनोज शाह, नंदू बाल्मीकि और महावीर उनियाल शामिल थे। सभी ने आयोजन को सफल बनाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को साझा किया।
हनुमान ध्वजा स्थापना के बाद से ही रामलीला के रिहर्सल शुरू हो जाएंगे, ताकि समय पर मंचन की सभी तैयारियां पूरी की जा सकें।
समिति ने सभी श्रद्धालुओं, युवा वर्ग और मातृशक्ति से अपील की है कि वे इस धार्मिक अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर श्रीराम की लीला को भव्यता प्रदान करें।