“स्वस्थ नारी– सशक्त परिवार” अभियान का शुभारंभ कल से

4400 गर्भवती महिलाओं की होगी हीमोग्लोबिन स्क्रीनिंग
टिहरी गढ़वाल, 16 सितंबर 2025। जनपद टिहरी गढ़वाल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक विशेष स्वास्थ्य अभियान “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार” की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और परिवारों के स्वास्थ्य को सशक्त बनाना है।
उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत लगभग 4400 गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन स्क्रीनिंग की जाएगी और उन्हें आवश्यक औषधियाँ व परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्याम विजय ने गढ़ निनाद को बताया कि इस अभियान के तहत जिले की 245 चिकित्सा इकाइयों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। इनमें 175 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, 54 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एक जिला अस्पताल और एक उप जिला चिकित्सालय शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इस अभियान को व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए माननीया सांसद टिहरी, विधायकगण और अन्य जनप्रतिनिधियों को सूचित किया गया है, जिनका सक्रिय सहयोग प्राप्त होगा। डॉ. विजय ने जनता से अपील की कि वे इस अभियान का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ।
शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सा परामर्श और ओपीडी सेवाएँ,
रक्तदान और पंजीकरण, गर्भवती महिलाओं और किशोर-किशोरियों के लिए हीमोग्लोबिन व टीबी जाँच, गैर-संचारी रोगों (NCD) की स्क्रीनिंग, टीकाकरण और परिवार नियोजन सामग्री का वितरण, आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी निर्माण, निःशुल्क दवा वितरण, दिव्यांग प्रमाणपत्र जारी करना आदि।
अनीशा रावत मामले पर स्वास्थ्य विभाग का स्पष्टीकरण
एक अन्य मामले में, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि 6 सितंबर को पिलखी में अनीशा रावत प्रसव के लिए आईं। प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने के बाद वह घर चली गई। अनीशा को प्रसव के बाद कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ हुईं, जिसके बाद उन्हें पिलखी स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें श्रीनगर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, और वहाँ से आगे इंद्रेश हॉस्पिटल, देहरादून भेजा गया।
जाँच में पता चला कि अनीशा को डिसेमिनेटेड इंट्रावास्कुलर कोएगुलेशन (DIC) की दुर्लभ स्थिति थी, जिसमें छोटी रक्तवाहिकाओं में छोटे-छोटे थक्के बनने लगते हैं। यह स्थिति लगभग एक लाख प्रसवों में से एक में देखने को मिलती है। दुर्भाग्यवश, अनीशा के साथ भी ऐसा ही हुआ और उसका निधन हो गया। डॉ. विजय ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई और सभी स्तरों पर यथासंभव चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान की गईं। उन्होंने अनीशा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।