पीपीपी मोड़ पर संचालित स्वास्थ्य इकाइयों हेतु समन्वय कार्यशाला संपन्न
गढ़ निनाद समाचार 27 जनवरी 2020
नई टिहरी: उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डवलपमेंट परियोजना चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखंड के सौजन्य से टीसीआर चम्बा में “लोक निजी सहभागिता मॉडल पर संचालित स्वास्थ्य इकाइयों हेतु जिला स्तरीय प्रतिनिधियों/ हितधारकों के मध्य समन्वय कार्यशाला ” आयोजित की गई।
इस अवसर पर उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डवलपमेंट परियोजना के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. विनोद टोलिया ने कहा कि आज की कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यह है कि टिहरी का जिला अस्पताल पीपीपी मोड़ पर हिमालयन हॉस्पिटल जॉली ग्रांट द्वारा चलाया जा रहा है। अस्पताल की सेवाओं से लोग कितना संतुष्ट हैं चर्चा की गई। कार्यशाला में शहर के गणमान्य लोग व मीडिया के लोग भी आये हैं वह इस अस्पताल द्वारा दी जा रही सेवाओं का आकलन करेंगे। हम भी उनसे संवाद कर और अच्छी सुविधा देने का प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्साधिकारी टिहरी डॉ.सेमवाल ने कहा कि यह कार्यशाला समस्याओं के समाधान के लिए की जा रही है। हालांकि यह काम पहले हो जाना चाहिए था । कहा कि संवादहीनता के कारण कुछ लोगों में भ्रांतियां हैं। हम बैठकें करते रहेंगे तो यह समस्या अपने आप ठीक हो जाएगी। उन्होंने सेवा प्रदाता संस्था हिमालयन अस्पताल के प्रशासक पुनीत गुप्ता को रोस्टर प्रणाली दुरस्थ करने तथा कम से कम 6 महीने एक डॉक्टर को जिला अस्पताल में सेवा देने को कहा। लगातार डॉक्टर बदलने से भी जनता में गलत मैसेज जाता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में जो चर्चा हुई उसके परिणाम सार्थक आने चाहिए। उन्होंने कार्यशाला में आये असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. टोलिया का आभार जताया।
अस्पताल के सीएमएस डॉ. अमित राय ने भी अस्पताल की व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। अस्पताल प्रशासक पुनीत गुप्ता ने कहा कि व्यवस्थाएं पहले से काफी ठीक हुई हैं। रात को भी लोग मुझे फोन करते हैं तो भी उन्हें पूरी सुविधा दी जाती हैं। कहा कि कुछ लोग निजी हित साधने के लिए दबाव बनाते हैं। उन्होंने आंकड़े बताते हुए कहा कि पीपीपी मोड़ में आने के बाद से निश्चित तौर पर मरीजों को ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शांति भट्ट ने कहा कि मुझे तो लगता है कि संवादहीनता के कारण लोगों में भ्रांतियां हो जाती हैं। कहा कि हमारे एक वकील साथी बिगत दिनों दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए थे उन्हें यहां के डॉक्टरों ने अच्छा ट्रीटमेंट दिया, हालांकि कुछ दिनों बाद एम्स में उनकी मौत हो गई थी। भट्ट ने आश्चर्य जताया कि सब लोग जिला अस्पताल के ही पीछे क्यों पड़े रहते हैं। गाँवो में जो सब सेंटर हैं वहां की स्थिति बहुत ही खराब होने पर भी सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि मैंने इस मामले में एक जनहित याचिका दायर की है।
पूर्व प्रमुख जाखणी धार बेबी असवाल ने कहा कि सरकार ने इस अस्पताल को पीपीपी मोड़ पर देने जा फैसला सोच समझकर ही दिया है। इसलिए सेवा प्रदाता संस्था को चाहिए कि वह पहले से अच्छी सेवा जनता को दे। भाजपा के नव नियुक्त मंडल अध्यक्ष विजय कठैत ने सुरक्षा गार्डों की संख्या कम करने की सलाह देते कहा कि गार्डों का व्यवहार जनता के साथ ठीक नहीं है।सामाजिक कार्यकर्ता सुशील बहुगुणा एवं कांग्रेस नेता राकेश राणा ने भी अपने विचार व्यक्त कर रोस्टर ठीक करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोग एवम मीडिया के लोग भी मौजूद रहे।