कोरोना काल में दिन रात काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का हो सम्मान
गढ़ निनाद न्यूज़* 31 मई 2020
कीर्तिनगर: विकास खण्ड देवप्रयाग/कीर्तिनगर के अंतर्गत भल्ले गांव और लक्ष्मोली क्षेत्र से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी लगातार कोरोना काल में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र बागवान में तैनात फार्मेसिस्ट पवन कुमार नाथ पिछले दो माह से दिन-रात अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दिन में वे अपने कार्य क्षेत्र भडोली, भल्लेगाँव, ललथपाटों, मूल्यागाँव, पलेठी और बागवान के क्वारेंटाइन सेंटरों में स्क्रीनिंग करते हैं और प्रवासियों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं। जबकि रात में देवप्रयाग तहसील स्थित चेक पोस्ट की सीमा पर पहुँचने वाले प्रवासियों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं।
पवन कुमार बताते हैं कि कोरोना काल में लगातार ड्यूटी देने के कारण वे अभी तक अपने परिवार से भी नहीं मिल पायें हैं।
वहीं लक्ष्मोली स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्वास्थ्य कर्मी रेनू रतूड़ी भी कोरोना काल में लगातार कीर्तिनगर विकास खंड के सूदूरवर्ती क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ दे रही हैं।
डडूवा, तल्याकोट, टोलु टकोली, कवीली मछियारी सिलोड आदि क्षेत्रों में रेनू स्वयं घर घर जाकर ग्रामीणों और क्वारेंटाइन सेंटरों में प्रवासियों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। रेनू रतूड़ी का कहना है कि उनके साथ आशा वर्कर नीलम, कौशल्या देवी और मीना देवी भी लगातार अपनी सेवाएँ अपने अपने क्षेत्रों में दे रही हैं।
यूकेडी नेता गणेश भट्ट ने कहा कि ऐसे जिम्मेदार और निडर स्वास्थ्य कर्मियों की वजह से आज ग्रामीण समाज कोरोना संक्रमण से बचा हुआ है। अपने परिवार के स्वास्थ्य की चिंता किये बगैर दिन रात कोरोनाकाल में जुटे इन स्वास्थ्य कर्मियों का समाज को सुरक्षित बनाने में अहम् योगदान हैं। राज्य सरकार द्वारा ऐसे तमाम कोरोना वारियर्स को उचित सम्मान मिलना चाहिए।