बधिरों का करें सम्मान
24 सितंबर: विश्व बधिर दिवस
गढ़ निनाद न्यूज़ * 24 सितंबर 2020
विश्व में बधिर जो भी नर-नारी, कर सकते हैं प्रगति सारी।
हीन दृष्टी से इन्हें न झांकें, अन्यो से अल्प कभी न आंके।
होती सांकेतिक इनकी भाषा, टिकी रहती है उस पर आशा।
पढ़ लिख लेते अक्षर सारे,पर सुन नहिं पाते हैं बेचारे।
भांप लेते ये सबके मन को, पहचान लेते हैं हर जन को।
हल्के में इनको मत तोलें, कभी भी बुरा बचन नहिं बोलें।
रखें सोच सकारात्मक इनसे, प्रसन्नचित्त रहें ये जिससे।
बधिरता एक प्राकृतिक है दोष, भरें इनके मन में सब जोश।
इनके लिए संभव है सब काम, दुनिया में फैला सकते हैं नाम।
अपने से भिन्न इन्हें मत जानों,जैसे हम खुद हैं वैसा मानो।
ये बधिर होते हैं संवेदनशील, और नित आगे बढ़ने की जील।
विश्वभर में हो इनका सम्मान, इससे आयेगी इनमें जान।