टिहरी की संघर्ष यात्रा-5
विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद समाचार* 9 नवम्बर 2020
नई टिहरी। विहिप ने सन 2000 में 15 अक्टूबर को आजाद मैदान में टिहरी बांध निर्माण के खिलाफ धरना शुरू किया था। धरना शुरू
करवाते हुए विहिप प्रमुख अशोक सिंघल ने बांध के खिलाफ अयोध्या जैसा आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि गंगा की धारा को बांधने नहीं दिया जाएगा।
इस अवसर पर पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा ने टिहरी बांध को भारतीय संस्कृति और पर्यावरण के लिए खतरा बताया था। श्री सिंघल ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि गांधीजी से प्रेरित सर्वोदय ही देश में गंगा, गौ रक्षा और
स्वदेशी के लिए कार्य करते हैं। इसलिए अलग-अलग संगठन होते हुए विहिप और सर्वोदय एक ही धरातल पर खड़े हैं। 23 अक्टूबर तक चला धरना टिहरी के साथ दिल्ली में भी शुरू किया गया।
विहिप नेता इससे पहले आजाद मैदान में गंगा जल हाथ में लेकर बांध ना बनने देने का संकल्प ले चुके थे।