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सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने डोईवाला ब्लॉक के विद्यालयों का किया निरीक्षण

सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने डोईवाला ब्लॉक के विद्यालयों का किया निरीक्षण
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देहरादून दिसंबर। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने शनिवार को डोईवाला विकासखंड के कुछ प्राथमिक, माध्यमिक एवं संस्कृत महाविद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार क्योंकि संस्कृत भाषा को प्रदेश की द्वितीय राजभाषा बनाया गया है ,इसलिए प्रत्येक विद्यालय का नाम एवं स्लोगन संस्कृत भाषा में लिखने का काफी पहले से शासकीय निर्देश हो रखा है, परंतु यह सूचना मिलने पर कि कई जगह इसका पालन सुनिश्चित नहीं किया गया है । सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने इसका वास्तविक संज्ञान लेने के उद्देश्य से डोईवाला विकासखंड का रुख किया।

सहायक निदेशक सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय बीरपुर खुर्द पहुंचे और वहां पर औचक निरीक्षण किया बताया कि सभी व्यवस्थाएं सही पाई गई। विद्यालय का नाम भी सही लिखा हुआ है, इसके बाद वे बाबा काली कमली संस्कृत महाविद्यालय पहुंचे व्यवस्थाओं का जायजा लिया स्टाफ की बैठक लेते हुए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार की मंशा द्वितीय राजभाषा संस्कृत को जन-जन तक पहुंचाने की है इसलिए इसके प्रति सभी को जवाबदेह बनना होगा।

बैठक में उपस्थित विद्यालय के प्रबंधक अरुण झा एवं प्राचार्य गिरीश पांडे को उन्होंने आपसी विचार विमर्श के बाद कई अहम निर्देश एवं सुझाव भी विद्यालय के विकास के लिए दिए , उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि जो प्रधानाचार्य दिए गए आदेशों एवं निर्देशों का समय पर पालन नहीं करेंगे और विभाग द्वारा पूछी गई सही जानकारियां नहीं देंगे उनका वेतन रोका जाएगा।

इसके बाद वे संस्कृत भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखी बताया कि बहुत अच्छी शिक्षण व्यवस्था वहां पर चल रही थी प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पांडे के कुशल प्रशासन में कार्यालय अभिलेख भी साफ-सुथरे पाए गए।

संपर्क करने पर सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि राज्य की द्वितीय राजभाषा कार्यक्रम क्रियान्वयन के तहत सभी शासकीय, अशासकीय,प्राथमिक से लेकर महाविद्यालयों तक का समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाएगा जिससे सभी लोग देवभूमि उत्तराखंड में सरकार की मंशा के अनुरूप देववाणी को यथोचित सम्मान दे कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।


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Garhninad Desk

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