उत्तराखंडविविध न्यूज़शासन-प्रशासन

डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को फिर से मिला उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान

Please click to share News

खबर को सुनें

देहरादून 26 दिसंबर। उत्तराखंड से इस समय की सबसे बड़ी खबर आ रही है, कि सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार दोबारा से उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 तारीख से ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन चल रहा था जिसमें देश के नामी-गिरामी ज्योतिषाचार्य भाग ले रहे हैं, सम्मेलन में देश के सामने वर्तमान चुनौतियां और उनका समाधान पर भी विचार विमर्श चला और आज समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2016 में हरीश रावत सरकार द्वारा “उत्तराखंड ज्योतिष रत्न “सम्मान से सम्मानित आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को एक बार फिर से “उत्तराखंड ज्योतिष रत्न “सम्मान से सम्मानित किया।

इस अवसर पर उपस्थित ज्योतिषियों एवं जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मांड को समझने के लिए ज्योतिष विज्ञान का ज्ञान बहुत आवश्यक है, ज्योतिष अंधविश्वास नहीं अपितु पूर्ण विज्ञान है, और उनके व्यक्तिगत संज्ञान में है कि इसके लिए सरकारी सेवाओं के साथ-साथ डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल द्वारा वर्षों से काफी महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं, इसलिए वह इस सम्मान के पूर्ण हकदार है।

सम्मान प्राप्त कर डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि इस प्रकार के महत्वपूर्ण सम्मान से जिम्मेदारियों का एहसास होता है, और उनका पूरा प्रयास रहेगा कि ज्योतिष विज्ञान के माध्यम से जनसेवा की जाए उन्होंने सम्मान देने के लिए उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने उनको मिलने के लिए कहा है ,वह शीघ्र उनसे मुलाकात कर उनके सामने शिक्षा ,संस्कृत शिक्षा एवं ज्योतिष विज्ञान पर एक ठोस कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे।

सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को यह महत्वपूर्ण सम्मान फिर से प्राप्त होने पर उत्तराखंड राज्य में हर्ष की लहर है संस्कृत एवं शिक्षा से जुड़े हुए तमाम विद्वानों ने इस पर हर्ष व्यक्त किया है और डॉक्टर घिल्डियाल को बधाई प्रेषित की है।


Please click to share News

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!