तहसील घनसाली में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
टिहरी, 07 सितंबर 2024: घनसाली क्षेत्र के आपदाग्रस्त इलाकों में चल रहे राहत और पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक श्री शक्ति लाल शाह और जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने की।
तहसील सभागार घनसाली में आयोजित इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और क्षेत्रवासी उपस्थित थे, जिन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे कार्यों की स्थिति का जायजा लिया और अपनी समस्याओं को सामने रखा।
जन प्रतिनिधियों ने की आपदा राहत कार्यों की सराहना
बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों और स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और अधिकारियों द्वारा आपदा के दौरान त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशंसा व्यक्त की। क्षेत्रवासियों ने कहा कि जिला प्रशासन ने आपदा के समय तुरंत सहायता पहुंचाई, जिससे काफी राहत मिली। इसके साथ ही, उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उजागर किया और उनके समाधान के लिए प्रस्ताव भी दिए।
विधायक शक्ति लाल शाह ने बैठक के दौरान कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत और पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहकर प्राथमिकता के आधार पर कार्यों को सुनिश्चित करें। साथ ही, उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे मनरेगा के तहत छोटे-छोटे कार्यों के प्रस्ताव प्रस्तुत करें, ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकें। विधायक ने भूस्खलन प्रभावित गांवों के लिए भी उचित प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देश और कार्य योजना
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को आपदा राहत कार्यों को तय समय सीमा में और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए मैनपावर और संसाधनों में वृद्धि की जाए। उन्होंने अधिकारियों से प्राप्त जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के प्रस्तावों पर शीघ्र कार्रवाई करने की अपील की। जिलाधिकारी ने लोनिवि को तोली गांव के ऊपर सड़क किनारे सुरक्षा दीवार के लिए स्टीमेट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने अवगत कराया कि जुलाई-अगस्त में आई आपदा के कारण क्षेत्र में चार सड़कों को नुकसान हुआ था, जिनमें से बिनकखाल-तिनगढ़-जखाणा और घुत्तु-कंडारा मोटर मार्ग को आवागमन के लिए सुचारु कर दिया गया है। कोट से आगे पुल का काम एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। पीएमजीएसवाई (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत भी पांच सड़कों को नुकसान हुआ, जिनमें से तीन सड़कों को फिर से चालू कर दिया गया है, जबकि अन्य दो सड़कों पर काम प्रगति पर है।
विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बुढ़ाकेदार-पिंसवाड़ मोटर मार्ग और जखाणा-गेंवाली मोटर मार्ग के पुल निर्माण कार्य को प्राथमिकता से पूरा करें। जिलाधिकारी ने चांजी रोड के लिए स्टीमेट तैयार करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा, तुगाणा निवासी बबीता देवी के मकान को खतरा होने पर एसडीएम घनसाली को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया।
बैठक में जल निगम और जल संस्थान विभागों ने बताया कि आपदा के दौरान 213 योजनाओं को नुकसान हुआ था, जिनमें अस्थाई रूप से पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। क्षतिग्रस्त योजनाओं की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए स्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं।
खाद्यान्न विभाग की समीक्षा के दौरान ग्रामीणों ने निवाल गांव में राशन डीलर का पंजीकरण रद्द होने और पिंसवाड़ उर्णी में राशन न पहुंचने की शिकायत की। जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए निर्देश दिए कि खच्चरों के माध्यम से अगले दिन राशन पहुंचाया जाए, ताकि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक) ने बताया कि क्षेत्र में चार स्कूल आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए हैं, लेकिन सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई पास के स्कूलों में सुचारू रूप से चल रही है। सिंचाई और लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बीडीओ को जखन्याली के अमृत सरोवर का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। इसके अलावा, प्रथम चरण में प्राथमिकता वाले कार्यों के एस्टीमेट तैयार करने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में विद्युत विभाग, पशुपालन, कृषि और ग्राम्य विकास से संबंधित विभागों के कार्यों की भी समीक्षा की गई। थाती बूढ़ाकेदार पैदल पुल की सुरक्षा दीवार बनाने, सौड़ मोटर मार्ग पर डामरीकरण करने, और नौताड़ तोक गदेरे में पुल निर्माण करने जैसे प्रस्तावों पर चर्चा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख वासुमति घणाता, जिला विकास अधिकारी असलम, एसडीएम अपूर्वा सिंह, सीवीओ आशुतोष जोशी, डीईओ (बेसिक) वी.के. ढौडियाल, और ईई लोनिवि दिनेश नोटियाल सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।