राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में धूमधाम से मनाई गई गांधी व शास्त्री जयंती
टिहरी गढ़वाल , 2 अक्टूबर 2024। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में धूमधाम से गांधी जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर श्रीमती पुष्पा नेगी द्वारा ध्वजारोहण किया गया एवं महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रगान गाया गया। तत्पश्चात, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
प्रोफेसर नेगी ने गांधी जी एवं शास्त्री जी के जीवन वृत्तांत पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अधिवक्ता मोहनदास करमचन्द गांधी भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने सत्य और अहिंसा को स्वतंत्रता आंदोलन का मूल शस्त्र बनाकर आम जनमानस के साथ मिलकर भारत से अंग्रेजों को बाहर खदेड़ने का कार्य किया। उनका मानना था कि निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।
प्रोफेसर नेगी ने बताया कि सम्पूर्ण विश्व गांधी जी को ‘महात्मा गांधी’ के नाम से जानता है, जिसका अर्थ संस्कृत में ‘महान आत्मा’ है। आज सम्पूर्ण विश्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मानवीय मूल्यों, आदर्शों और सिद्धांतों को मान्यता मिली है। यही कारण है कि 15 जून 2007 को “संयुक्त राष्ट्र महासभा” ने एक प्रस्ताव की घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जी की जन्मजयंती को “अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस” के रूप में मनाया जाएगा।
महात्मा गांधी की 155वीं जन्मजयंती कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. आशा डोभाल उनियाल ने बताया कि स्वतंत्रता की लड़ाई में गांधी जी के योगदान को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उन्हें राष्ट्रपिता का दर्जा दिया था। गांधी जी के विचारों ने भारत को एक नैतिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से समृद्ध समाज बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि, उनके कई सपने आज भी अधूरे हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा करने में लगे हैं।
बापू जी के स्वच्छता, ग्राम स्वराज, खादी, सत्य-अहिंसा के आदर्श, सर्वधर्म समभाव तथा सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण के मूल विचार को वर्तमान मोदी सरकार पूर्ण कर रही है, जिसके तहत 2 अक्टूबर 2014 से स्वच्छ भारत अभियान सम्पूर्ण देश में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत महाविद्यालय में प्राचार्य महोदया के निर्देशन में शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम किए गए। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रमुख डॉ. वीपी सेमवाल के मार्गदर्शन में रामधुन एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कार्यक्रम के अंत में मिष्ठान वितरण किया गया और महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।