राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ में बारह दिवसीय देवभूमि उद्यमिता योजना कार्यशाला का समापन

उत्तराखंड सरकार और राष्ट्रीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में आयोजित बारह दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला का सफल समापन हुआ। इस अवसर पर युवा प्रशिक्षुओं ने अपने 12 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान अर्जित उद्यमिता ज्ञान और कौशल का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई।
समारोह के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक गबर सिंह रावत ने स्वरोजगार और वित्तीय प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए होम स्टे व्यवसाय के संदर्भ में उद्यमिता के अवसरों पर चर्चा की और युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
देवभूमि उद्यमिता योजना के जिला समन्वयक गिरिधर बिष्ट ने इस योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह राज्य के युवाओं को नवाचार और स्वतंत्र व्यवसाय के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने योजना के तहत सफल उद्यम स्थापित करने वाले युवाओं की प्रेरणादायक कहानियाँ भी साझा कीं।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान और कौशल को अब व्यावहारिक जीवन में लागू कर बेहतरीन उद्यमी बनने का प्रयास करना होगा। योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नंदन रावत ने अतिथियों का स्वागत और सम्मान किया।
समारोह के दौरान प्रशिक्षुओं ने खाद्य उत्पादों, सजावट के सामान, वस्त्र और सौंदर्य प्रसाधनों सहित विभिन्न उत्पादों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चरणसिंह केदारखंडी ने किया। इस अवसर पर डॉ. जी. के. सेमवाल, डॉ. धीरेन्द्र सिंह, डॉ. मोनिका सती, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया, डॉ. किशोरी लाल, योजना समन्वयक तारा सिंह, रणजीत राणा, हरीश नेगी, जगदीश लाल, अजय सिंह, मुकेश सिंह, पुष्कर लाल, शिव सिंह, आनंद सिंह, नंदी, अनीता सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।