अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबको बेसब्री से इंतजार
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबको बेसब्री से इंतजार
अयोध्या ज़मीन विवाद पर सुनवाई पूरी: सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबको बेसब्री से इंतजार है।मुस्लिम पक्षकार इक़बाल अंसारी बोले फैसला जो भी आएगा, मंजूर।
अयोध्या मामले में कोर्ट की बहस पूरी होने के बाद जहां सबकी निगाहें फैसले पर टिकी हैं, वहीं बाबरी मस्जिद मामले के पक्षकार इक़बाल अंसारी ने यूटर्न लेते हुए कहा है कि अब फैसले की घडी आ गई है, कोर्ट जो भी फैसला करेगी वह हमें स्वीकार है। ज्ञातव्य है कि अंसारी ने बहस पूरी होने से पहले से कहा था कि अगर फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया तो अन्य याचिका दायर करने पर विचार किया जाएगा। लेकिन कोर्ट में ज्यों ही बहस पूरी हुई इकबाल अंसारी ने साफ तौर पर कहा कि अब फैसला जो भी होगा हमें स्वीकार होगा। कहा कि इस मामले को लेकर कोई अन्य याचिका नहीं दायर करेंगे। हम हिंदुस्तान के मुसलमान हैं और हमारा एक ही मन है, जो भी फैसला आएगा पक्ष हो या विपक्ष उसे इक़बाल अंसारी स्वीकार करेंगे।
उधर ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के महासचिव मौलाना महबूब दरयादी ने कहा,‘हम खुश हैं कि सुनवाई पूरी हो गई। हम चाहते हैं कि अदालत साक्ष्य के आधार पर, ना कि धार्मिक भावनाओं के आधार पर अंतिम फैसला करे।’
उन्होंने कहा,‘शुरू से ही हम कहते आ रहे हैं कि अदालत का जो भी फैसला होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे। लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों को भी न्यायालय के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।’उन्होंने फैसला आने पर मुस्लिम समुदाय से शांति एवं सौहार्द कायम रखने की भी अपील की।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारी इकाई के सदस्य मौलाना सैयद अतहर अली ने कहा,‘यह एक भूमि विवाद है, हमने न्यायालय के समक्ष पर्याप्त साक्ष्य पेश किए हैं और आशा है कि हम जीतेंगे। न्यायालय का जो भी फैसला होगा, हम उसका सम्मान करेंगे।’ ख्वाजा-शिया जमात के वरिष्ठ सदस्य शब्बीर सोमजी ने कहा,‘हमें न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए और जो भी फैसला आएगा, हम उसे स्वीकार करेंगे तथा उसका सम्मान करेंगे।’ शब्बीर इस समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।
बहरहाल सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है और सभी पक्षों से कहा कि वे मोल्डिंग ऑफ़ रिलीफ पर 3 दिनों में कोर्ट को लिखित जवाब दें। बहस पूरी होने के बाद हिंदू महासभा के वकील वरुण सिन्हा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब ये साफ है कि इस मामले में 23 दिन के भीतर फैसला आ जाएगा। अयोध्या जिले में 10 दिसंबर तक धारा 144 लगा दी गई है, इसके अलावा शहर में संतों का पहुंचना शुरू हो गया है। अयोध्या में किसी तरह से हालात ना बिगड़े इसके लिए सुरक्षाबल भी मुस्तैद हैं।