उत्तराखंड राज्य आंदोलन, भुलाये गये नींव के पत्थर-18
*विक्रम बिष्ट*
गढ़ निनाद समाचार* 14 मार्च 2021।
नई टिहरी। उत्तराखंड राज्य की मांग का जब बहुत सारे लोग उपहास उड़ाते थे तो परेन्द्र जैसे युवा छात्र इसकी नींव तैयार कर रहे थे। राज्य की दिशा-दशा और उक्रांद की दुर्दशा पर उनको दुख है । यूएसएफ (उक्रांद) बैनर पर टिहरी छात्र संघ का महासचिव चुनाव जीते दिनेश व्यास भी कुछ ऐसा महसूस करते होंगे?
लगभग डेढ़ दशक बाद टिहरी बांध प्रभावितों की नई टिहरी में आयोजित महापंचायत के बाद एक औपचारिक बातचीत में दिनेश व्यास ने साफ कहा कि वह कभी भी उक्रांद या यूएसएफ में नहीं रहे थे। गौरतलब है कि तब तक सरकार ने राज्य आंदोलनकारी चिन्हीकरण का निर्णय नहीं लिया था! वैचारिक परिवर्तन या चारित्रिक विचलन?
कांग्रेस सरकार के राज्यमंत्री किशोर उपाध्याय उस महापंचायत के सूत्रधार थे। नई टिहरी की उपरोक्त बैठक में उनकी जगह यमुनोत्री के उक्रांद विधायक प्रीतम पंवार को संयोजक बनाया गया था। उस महापंचायत से विस्थापितों को क्या हासिल हुआ, यह सवाल अपनी जगह! लेकिन सरकार की लाल बत्तियों का दौर-दौरा पूरे यौवन पर था। सत्ता के सिंदूर से अपनी इच्छाओं की तृप्ति के आकांक्षीयों की कतारें भी लंबी-लंबी। जाहिर है इस सुख की कामना के सामने खुशहाल उत्तराखंड राज्य के सपने की क्या बिसात? जारी…