कोरोना ने छीना कुसुम, प्रियांशु और प्रियंका से पिता का साया: कैसे चलेगी जिंदगी
नई टिहरी । गढ़ निनाद ब्यूरो। विकास खण्ड चम्बा अंतर्गत मखलोगी पट्टी के ग्राम बटखेम निवासी टीकाराम बैलवाल उम्र 50 वर्ष की कोरोना महामारी से मौत के बाद परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
स्व. बैलवाल कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। उन्होंने बौराड़ी में कोविड टेस्ट कराया झसन उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी। उन्हें कोविड सेंटर नरेंद्र नगर भेजा गया। स्थिति नाजुक देखते हुए उन्हें इंद्रेश हॉस्पिटल देहरादून भर्ती कराया गया काफी इलाज के बाद वह 27 मई 2021 को जिंदगी की जंग हार गए।
स्व. टीकाराम बैलवाल अपने पीछे पुत्री कुसुम-23, पुत्र प्रियांशु-9 वर्ष और 4 साल की पुत्री प्रियंका को रोते बिलखते छोड़ गये हैं।उनके जाने के बाद से दोनों पत्नियों सुमा देवी व सरिता देवी(मूक बधिर) और तीनों बच्चों पर परिवार की सारी जिम्मेदारी आ गई है। परिवार में कोई कमाने वाला भी नहीं है। बच्चों की पढ़ाई लिखाई और भरण-पोषण कैसे होगा यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
बता दें कि स्व. टीकाराम ने सबसे पहले परिवार के पालन पोषण के लिए नई टिहरी चौराहे पर अपना छोटा सा कारोबार एक खोखे से शुरू किया था। जब इससे भी परिवार की पूर्ति नहीं हुई तो उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम में एजेंट का काम शुरू कर दिया। तब से किसी तरह अपना और परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। किंतु पापी कोरोना महामारी ने परिवार से उनका साया छीन लिया।
पीड़ित परिवार ने सरकार से अनाथ बच्चों की शिक्षा दीक्षा और पालन-पोषण के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लगाई है।