महामहिम राज्यपाल ने अधिकारियों की बैठक में दिए आवश्यक दिशा निर्देश
उत्तरकाशी । प्रदेश के महामहिम राज्यपाल ले० जनरल गुरमीत सिंह जनपद के दो दिवसीय भ्रमण पर है। महामहिम द्वारा जनपद में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया जायेगा। सोमवार को प्रथम दिवस में महामहिम द्वारा सर्वप्रथम मातली स्थित आईटीबीपी गेस्ट हाउस सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली गयी। बैठक में महामहिम ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस, वन, उद्योग, कृषि, बाल विकास, पर्यटन, उद्यान, चिकित्सा आदि विभागों के अधिकारियों से जनपद में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली तथा सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। महामहिम ने अधिकारियों से कहा कि जनपद में कृषि, उद्यान, पर्यटन, एडवेन्चर टूरिज्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाये जाने की आवश्यकता है ताकि जनपद की विश्व पटल पर विशेष पहचान बन सके। उन्होंने कहा कि जनपद में कृषि, उद्यान, पर्यटन, एडवेंचर टूरिज्म एवं अध्यात्म के विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। इन सम्भावनाओं को मूर्त रूप देने के लिए अधिकारियों को विशेष कार्य योजना बनाने के साथ ही सामूहिक प्रयास करने होंगे। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से जनपद में हो रहे कार्यों की प्रगति एवं चुनौतियों के बारे में अवगत कराया गया। पर्यटन विभाग की होमस्टे योजना की जानकारी के दौरान महामहिम जनपद के ग्राम रैथल में होमस्टे योजना चला रहे पृथ्वी राज राणा के पर्यटकों को आर्गेनिक परम्परागत कृषि उत्पादों से लुभाने के प्रयासों से विशेष प्रभावित हुए तथा पृथ्वी राज राणा को रुपये सवा लाख की धनराशि इनाम स्वरूप देने की घोषणा की। उन्होंने होमस्टे योजना को बढ़ावा देने के निर्देश दिये। कहा कि मैं स्वयं भी अगले भ्रमण के दौरान होमस्टे कार्यों का निरीक्षण करूंगा! कृषि विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान महामहिम ने निर्देश दिये कि जनपद में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जाय। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में मौनपालन, सेब उत्पादन आदि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले पांच-पांच लोगों के नाम मुझे प्रेषित किये जायें। महामहिम ने डीएफओ एवं उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क को वन आपदाओं को रोकने तथा सुगन्धित पुष्प व पौधों, जड़ी बूटियों आदि की संरक्षा हेतु विशेष प्रयास किये जाने के निर्देश दिये। महामहिम ने जनपद में नशे की प्रवृत्ति की रोकथाम हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद के सीमांत ग्राम नेलांग एवं जादुंग को स्कूल, हॉस्पिटल, दूरसंचार कनेक्टिविटी आदि मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित किया जाए तथा इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों का बढ़ावा दिया जाय ताकि वहां के विस्थापित अपने मूल ग्राम में बस सकें।उन्होंने कहा कि नेलांग एवं जादुंग के विस्थापितों को उनके मूल गांव में बसाना भारत सरकार की प्राथमिकता में शामिल है! इस कार्य में हीला हवाली न हो! महामहिम ने कहा कि मैं अगले भ्रमण के दौरान स्वयं भी इन सीमान्त गांवों का दौरा करुगां! महामहिम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कोविड19 बूस्टर डोज एवं बच्चों को किये जा रहे कोविड 19 टीकाकरण की जानकारी ली! इस दौरान जिलाधिकारी ने महामहिम को जनपद में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से अवगत कराया! उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी के महिला सशक्तिकरण को लेकर किये जा रहे विशेष पर्यासों की सराहना की !महामहिम ने बताया कि मेरे पांच लक्ष्य हैं जिनमें रिवर्स माईग्रेशन को कैसे हासिल किया जाय, आर्गेनिक खेती का विकास, महिला क्षमता विकास , ई- कनेक्टिीविटी स्थापना विकास एवं अध्यात्म विकास शामिल हैं।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पाण्डेय पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा० केएस चौहान, उप जिलाधिकारी मीनाक्षी पटवाल व चतर सिंह चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी जय प्रकाश तिवारी, मुख्य उद्यान अधिकारी रजनीश सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी नीतू फुलारा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे आदि उपस्थित थे।