दिव्यांगता न अभिशाप है न पूर्व जन्मों का प्रतिफल- सुशील बहुगुणा
टिहरी गढ़वाल 3 दिसम्बर। अंतराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष मे ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति के द्वारा बौराडी अस्पताल मे दिव्यांग जनों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संस्था के प्रमुख सुशील बहुगुणा ने कहा की किसी बिमारी व जन्म के समय उचित देखभाल के कारण जो शरीर मे विकृति आ जाती है वह दिव्यांगता कहलाती है। यह न तो कोई अभिशाप नही है और न ही यह कोई पूर्व जन्मों का प्रतिफल है। आज के समय मे इस शारीरिक व मानसिक कमी को आवश्यक उपकरणों व चिकित्सा से दूर किया जा सकता है और शरीर की दिव्यंगता को दूर किया जा सकता है। इस हेतू राड्स के द्वारा जनपद टिहरी में वर्ष २००२ से जनपद में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र चलाया जा रहा है जिसमें सभी दिव्यांगता से ग्रस्त व्यक्तियों को आवश्यक सामग्री व उपकरण उपलब्ध कराया जाता है।
आज अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस पर दिव्यांग जनों को 02कान की मशीन व 01वैशाखी छड़ी उपलव्ध कराया गया। सरोप सिंह चामी को जो दिव्यांग हैं को बैंक के माध्यम से डेयरी हेतू एक लाख का ऋण यूनियन बैंक से उपलब्ध कराया गया जिसके लिए उनके द्वारा सुशील बहुगुणा का धन्यवाद दिया गया। नत्थी सिंह तिनवाल गांव को भी सिलाई सेंटर हेतू एक लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया। परशुराम डबराल को कृत्रिम पैर व डेयरी हेतू एक लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम मे सभी दिव्यांग जनों के द्वारा अपने अपने विचार रखते हुए आयोजकों का व सुशील बहुगुणा का धन्यवाद दिया गया।
कार्यक्रम मे संस्था की सचिव कुंभीबाला भट्ट दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के नोडल मोहन रावत बाल कृष्ण भट्ट लक्ष्मी प्रेरणा समाज कल्याण विभाग के प्रशान्त उनियाल जय कृष्ण व दिव्यांग उर्मिला बेलवाल गुलसराज संदीप आदि उपस्थित थे।