युवा पंचायत जनप्रतिनिधि सम्मेलन में स्वच्छता, स्वावलंबन और सामाजिक दायित्व पर जोर

टिहरी गढ़वाल। आज मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष इशिता सजवाण की अध्यक्षता में बौराडी स्थित एक वेंकट हॉल में आयोजित युवा पंचायत जनप्रतिनिधि सम्मेलन का शुभारंभ वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र जी ने दीप प्रज्वलन कर किया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री सुबोध उनियाल ने ग्रामीण स्वच्छता को प्राथमिकता देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गांवों के आसपास कचरा न फैलाया जाए और ग्रामीण अपने गांव के रास्तों व सार्वजनिक स्थलों की सफाई व्यवस्था में सक्रिय सहयोग करें। मंत्री ने कहा कि जब प्रत्येक जनप्रतिनिधि अपने गांव और क्षेत्र को आदर्श बनाने का संकल्प लेगा, तभी भारत एक स्वावलंबी, सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनकर विश्व गुरु की भूमिका निभा सकेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से गांव की आर्थिकी सुदृढ़ करने और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में भी कार्य करने का आह्वान किया।

मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र जी ने कहा कि संघ शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती के माध्यम से संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार हेतु भी विभिन्न माध्यमों से कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धर्मावाल, पिथौरागढ़ सहित कई स्थानों पर अस्पताल स्थापित किए गए हैं। डॉ. शैलेंद्र ने कहा कि समाज को केवल सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि छोटे-छोटे प्रयासों से समाजहित में योगदान देना आवश्यक है।
प्रांत सेवा प्रमुख पवन ने उत्तरांचल उत्थान परिषद की स्थापना, उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनप्रतिनिधि को पंच परिवर्तन के क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए, जिसमें सामाजिक भेदभाव समाप्त करना, जल प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी भावना का विकास, नागरिक कर्तव्य और नागरिक सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं।
सम्मेलन में घनसाली विधायक शक्ति लाल, पूर्व विधायक धन सिंह नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष उदय रावत, नगर पालिकाध्यक्ष शोभनी धनोला, नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन रांगड़, ब्लॉक प्रमुख राजेश नौटियाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में संयोजक परमवीर पंवार एवं सहसंयोजक डॉ. मनवीर सिंह नेगी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।



