ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस
शिक्षा वही, जो जिंदगी को सुगम बनाए: डॉ घनशाला
गढ़ निनाद न्यूज़।
देहरादून, 28 अप्रैल। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस नई तकनीकों से जीवन को सुगम बनाने के संकल्प के साथ मनाया गया। ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. कमल घनशाला ने इस अवसर पर कहा कि नई सोच और नई तकनीकें हर दौर में जिंदगी को बेहतर बनाती हैं।
आज ही के दिन वर्ष 2011 में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी। स्थापना के तीन महीने के भीतर इस विश्वविद्यालय के देहरादून और भीमताल (नैनीताल) परिसर ने कार्य शुरू कर दिया था। आज स्थापना दिवस पर डॉ. घनशाला ने कहा कि शिक्षा की उपयोगिता तभी है, जब वह चुनौतीपूर्ण स्थितियों में राह सुझाये और जीवन को सुगम बनाने में योगदान दे। लॉकडाऊन के दौरान पुलिस, प्रशासन और नोवल कोरोना के मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को सुरक्षित रहकर काम करने में मदद करने के लिए ग्राफिक एरा छात्रों और पूर्व छात्रों द्वारा तैयार रोबोट, ड्रोन, फेस शील्ड आदि उसी शिक्षा का नमूना है, जो जिंदगी बदल देती है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन को सफल बनाने के लिए ग्राफिक एरा ने भारत के 25 राज्यों, छह केंद्र शासित क्षेत्रों और नौ अन्य देशों में अपने करीब 17 हजार छात्र-छात्राओं की ऑनलाईन पढ़ाई की व्यवस्था सबसे पहले 23 मार्च को की। किसी छात्र का एक दिन भी खराब न होने देने के लिए की गई इस पहल को आज पूरा देश अपना रहा है। उन्होंने कहा कि इसी सत्र में हल्द्वानी में इस विश्वविद्यालय के नए परिसर में शिक्षण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए सुरक्षित रहने और नई ऊर्जा से देश के विकास व समाज के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
लॉकडाऊन के चलते आज यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस ऑनलाईन मनाया गया। विश्वविद्यालय परिसर में ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष और इस यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ कमल घनशाला का कुलपति डॉ. संजय जसोला ने अंगवस्त्र भेंट करके अभिनंदन किया। इस मौके पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राकेश कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर ऑनलाईन कविता, गीत, आर्ट आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।