रामलीला महोत्सव के 15वें दिन अहिरावण लीला ने मोहा मन, रसिक महाराज ने किया बच्चों का उत्साहवर्धन

हरिद्वार । लोककल्याण समिति रायवाला के सानिध्य में रामलीला चौक प्रतीतनगर में चल रही श्रीरामलीला महोत्सव के 15 वें दिन अहिरावण लीला एवं राम रावण महायुद्ध की लीला का बड़ा ही सुंदर जीवन्त दृश्य मंचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पंहुचे नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने कहा कि रामलीला से हमें नैतिक मूल्य, सदाचार और धर्म का पालन करने की सीख मिलती है। इससे अच्छाई पर बुराई की जीत, माता-पिता का सम्मान, भाईचारे, और कर्तव्य-परायणता जैसे मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है, जबकि रावण जैसे चरित्र से कामभाव को नियंत्रित न करने की सीख मिलती है।
उन्होंने कहा कि रामलीला भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों को दर्शाती है, जिससे सत्य, धर्म और कर्तव्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। भगवान राम का आदर्श यह सिखाता है कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः सच्चाई और अच्छे गुणों की ही जीत होती है। रसिक महाराज ने रामलीला में रोल करने वाले छोटे बच्चों को मोमेंटो देकर उनका उत्साह बढाया।
लोककल्याण समिति के अध्यक्ष गंगाधर गौड़, उपाध्यक्ष बालेन्दु नेगी, सचिव मुकेश तिवाड़ी, नरेश थपलियाल, प्रवक्ता वीरेन्द्र नौटियाल, ग्राम प्रधान राजेश जुगलान, पंचायत सदस्य सुरेश कुकसाल, साध्वी माँ देवेश्वरी, अंजु बडोला, रमा कुकसाल, रेखा पंत ने श्री राम माला एवं स्मृति चिन्ह देकर रसिक महाराज को सम्मानित किया।