पहाडों के विकास का दर्द
18 साल का उत्तराखण्ड
कुछ इस तरह से बीत गया !
सत्ता की दौड में कभी कमल
तो कभी हाथ ही जीत गया !!
महफूज थे जो खेत खलिहान
उन सबको बंजर कर दिया !
पुश्तैनी मकानों की नींव को
पलायन से जर्जर कर गया !!
पहाडों की रौनक और खुशियॉ
गॉवों को सुनसान कर गया !
विकास भी पहाडों में आने से
धरातल पर सचमुच डर गया !!
राज्य बनाया जिस मकसद से
वो सपनों में ही रीझ गया !
विकास की दौड में पहाडों का
पलायन बेचारा जीत गया !!
* Source: Social Media