सम्पादकीय: प्रताप नगर की जनता को आज मिलेगी डोबरा चांठी पुल की सौगात, सीएम करेंगे उदघाटन

*गोविन्द पुण्डीर*
गढ़ निनाद समाचार* 8 नवम्बर 2020
नई टिहरी। 29 अक्टूबर 2005 को जब टिहरी बांध की टी-2 सुरंग बंद की गई तो टिहरी शहर जलमग्न हो गया। इसके बाद ही प्रतापनगर को जोड़ने वाले लगभग सभी पुल डूबने से झील के उस पार बसे प्रताप नगर के लिए आवागमन के रास्ते बंद हो गए। उनका संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया। लोगो को जिला मुख्यालय आने के लिए कई कई किलोमीटर की दूरी नापने के साथ साथ समय एयर पैसा दोंनो खर्च करना पड़ता था।
2006 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया एन डी तिवारी ने डोबरा चांठी पुल के लिए 90 करोड़ जारी किए तो 2015 में हरीश रावत ने मुख्यमंत्री रहते कोरियाई कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी दी। उन्होंने 75 करोड़ की धनराशि इसके लिए जारी की थी।
वर्ष 2017 में भाजपा सरकार के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दरियादिली दिखाते हुए 90 करोड़ की धनराशि पुल के लिए स्वीकृति की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत एवं क्षेत्रीय विधायक विजय सिंह पंवार ने पुल निर्माण को प्राथमिकता में रखते हुए जोर शोर से कार्य को आगे बढ़ाया।
आज 8 नवम्बर जो प्रताप नगर क्षेत्र की जनता को पुल की सौगात मिलने जा रही है। पुल तो मार्च 2020 में लगभग बनकर तैयार हो गया था मगर प्रधानमंत्री से उदघाटन कराने के चक्कर में इतना विलम्ब हो गया। पुल के उदघाटन को लेकर खूब राजनीति हुई। मुख्य विपक्ष की सक्रियता के चलते प्रधानमंत्री जी के बजाय स्वंय मुख्यमंत्री जी आज प्रतापनगर की जनता को यह सौगात देने जा रहे हैं।
आपको बता दें डोबरा चांठी पुल की लंबाई 725 मीटर है। जिसमें भारी वाहन चल सकते हैं। पुल की चौड़ाई 7 मीटर है। जिसमें 5:30 मीटर वाहनों के लिए है। दोनों किनारे पैदल रास्ता बनाया गया है। फुल पर अब तक 300 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च हो चुकी। लगभग 15 साल तैयार होने में लगे हैं। पुल बनने से जहाँ प्रतापनगर की जनता को लाभ होगा वहीं पर्यटन को भी पंख लगेंगे।
कल देर रात तक जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव एवम क्षेत्रीय विधायक विजय सिंह पंवार ने पुल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।