देश के 75 शहरों में कल से सप्ताह भर होंगे विज्ञान उत्सव के आयोजन, आप भी दिखाएं हुनर
उत्तराखंड के देहरादून, श्रीनगर और हरिद्वार में भी आयोजित होगा विज्ञान उत्सव
नई दिल्ली/देहरादून। भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का उत्सव पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ टाइटल से एक ‘गौरवशाली सप्ताह का आयोजन किया गया है। इसका मकसद भारतीय विज्ञान और तकनीक को दुनियाभर की नजरों में लाना है।
सांस्कृतिक कार्य मंत्रालय,भारत सरकार, विज्ञान प्रसार (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग) नासी उत्तराखंड अध्याय तथा उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के सहयोग से 22 से 28 फरवरी तक "विज्ञान सर्वत्र पूज्यते" विषय के अन्तर्गत एक सप्ताह तक चलने वाले विज्ञान उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन 22 फरवरी को दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा और देशभर के सभी 75 स्थानों पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा, जहां-जहां उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उत्तराखंड काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम उत्तराखंड में देहरादून, श्रीनगर और हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा। इसमें राज्य के विभिन्न स्थानों से छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करेंगे।
उन्होंने बताया कि विज्ञान धाम देहरादून में यह विज्ञान उत्सव अंग्रेजी और हिंदी भाषा में हाइब्रिड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) मोड में मनाया जायेगा। सप्ताह भर चलने वाले इस महोत्सव में विज्ञान के सभी विषयों में प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसका मुख्य केंद्र बिंदु होगा विज्ञान संचार, विज्ञान लोकव्यापीकरण और वैज्ञानिक चेतना का विस्तार है।
विभिन्न वैज्ञानिक संस्थान जैसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (IIRS), सर्वे ऑफ इंडिया, हिमालयन एक्शन रिसर्च सेंटर (HARC), SPECS, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम, इंस्ट्रूमेंट्स रिसर्च फॉर डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट (IRDE),नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, तुलाज इंस्टीट्यूट, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लीकेशन लेबोरेटरी (डी ई ए एल), कृषिवन समिति, मेसर्स बिशन सिंह महेंद्र पाल सिंह, नटराज पब्लिशर्स तथा कई अन्य इस विज्ञान उत्सव में प्रतिभाग करेंगे और अपने कार्य से सम्बंधित प्रदर्शनियों का आयोजन करेंगे।
22 फरवरी को विभिन्न विशेषज्ञ व्याख्यान, विज्ञान प्रश्नोत्तरी (क्विज कम्पटीशन ), विभिन्न विज्ञान सम्बन्धी विषयों पर फिल्म की स्क्रीनिंग और विभिन्न प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया जाएगा। 23 फरवरी को विज्ञान के इतिहास विषय के तहत एक विशेषज्ञ व्याख्यान के साथ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और व्यावहारिक विज्ञान की विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।
23 फरवरी का विषय है, भारतीय आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी में मील के पत्थर। 24 फरवरी को साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फॉर सेल्फ रिलायंस/आत्मनिर्भर भारत थीम के अन्तर्गत विभिन्न कार्यकर्मों का आयोजन किया जायेगा । 25 फरवरी को विज्ञान साहित्य उत्सव का आयोजन किया जाएगा जिसमें स्किट/नाट्य प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता और पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी), दूरदर्शन और ओहो रेडियो, देहरादून सहित विभिन्न पुस्तक प्रकाशक भी भाग लेंगे।
27 फरवरी 2022 को अगले 25 वर्षों के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी रोडमैप के साथ-साथ व्यावहारिक विज्ञान की कुछ गतिविधियों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, वहीं समापन सत्र 28 को आयोजित किया जाएगा।