200 करोड़ की ठगी मामले में SHO और ASI सस्पेंड, देखिए पूरी खबर
कोटा, राजस्थान। राजस्थान में कोटा के बहुचर्चित अपेक्षा ग्रुप चिटफंड कंपनी घोटाले के मामले में आज नया मोड़ आ गया है । मामले में गुमानपुरा थाना SHO और ASI पर गाज गिरी है, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
आरोप हैं कि दोनों पुलिस अधिकारियों ने कंपनी के डायरेक्टर्स से सांठगांठ कर कंपनी की प्रॉपर्टी को बिकवाने में मदद की है। साथ ही जिन चार डायरेक्टर्स को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है उन्हें पुलिस हिरासत से रजिस्ट्री ऑफिस ले जाकर कंपनी की प्रॉपर्टी को अन्य लोगों को बिकवाने में भी मदद करने का आरोप है।
बता दें कि उक्त मामले में लापरवाही बरतने और मुस्लिमों को गिरफ्तार नहीं करने के आरोपों के चलते SHO लखन लाल मीणा और एएसआई रिहाना को सस्पेंड किया गया है। कोटा सिटी पुलिस सूत्रों के अनुसार अपेक्षा ग्रुप कंपनी के खिलाफ गुमानपुरा थाने में मुकदमा दर्ज है जिस पर आरोप है कि उसने शहर के 3500 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया। तथा उन्हें उलझा कर उनसे 200 करोड़ की ठगी की है। पीड़ित की शिकायत पर अपेक्षा ग्रुप कंपनी के 38 निदेशकों के खिलाफ 2 जनवरी को FIR दर्ज हुई थी। जिसमें अभी तक महज 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाई है। इसके अलावा सिटी एसपी को सूचना मिली थी कि अपेक्षा ग्रुप कंपनी के डायरेक्टर से लखन लाल मीणा की सांठगांठ है, जिन्होंने पुलिस हिरासत से मुल्जिमों को रजिस्ट्री ऑफिस भेजकर कंपनी की प्रॉपर्टी को बिकवाने में मदद की।